राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा में कोविड-19 संक्रमित गम्भीर मरीजों के उपचार हेतु संस्थान के ब्लड बैंक में प्लाज्मा फेरेसिस की सुविधा उपलब्ध


ग्रेटर नोएडा:- राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर जिले में दिनांक 15 मार्च को पहला कोविड मरीज पाये जाने के समय से ही कोविड-19 मरीजों की देखभाल एवं उपचार कर रहा है। अभी तक संस्थान में 1300 से अधिक कोविड मरीजों को भर्ती किया जा चुका है जिसमें से 1100 से अधिक मरीजों को सफलता पूर्वक उचपार के उपरान्त घर भेजा जा चुका है।कोविड महामारी की शुरूआत में संस्थान में केवल सैम्पल कलैक्ट कर अन्य जिलों में जाॅच हेतु भेजे जाते थे जिसमें मरीज की रिपोर्ट आने में काफी वक्त लगता था। अतः संस्थान ने मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए अपने यहाॅ कोविड-19 की जाॅच हेतु प्रयोगशाला बनाने का निर्णय लिया। प्रारम्भ में संस्थन में सिर्फ 50 टैस्ट की क्षमता थी



जिसको क्रमशः बढाते हुए 3000 टैस्ट प्रतिदिन किया गया।इसी प्रकार कोविड-19 संक्रमित गम्भीर मरीजों के उपचार हेतु संस्थान के ब्लड बैंक में प्लाज्मा फेरेसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गयी।आज दिनांक 03 सितम्बर 2020 को संस्थान में 1 लाख से अधिक कोविड-19 टेस्ट एवं 100 प्लाज्माफेरेसिस प्रोसीजर्स किये जाने पर के उपलक्ष्य में कोविड-19 लैब व ब्लड बैंक में कार्यरत डाक्टर्स एवं अन्य स्टाॅफ को सम्मानित किये जाने हेतु संस्थान में एक समारोह आयोजित किया गया जिसमें जिलाधिकारी सुहास एल0वाई0 एवं मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने प्रतिभाग किया। समारोह में जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी तथा निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता द्वारा  कोविड लैब में कार्यरत डा0 वरून गोयल, डा0 ममता पाढी, डा0 निधी पाल, डा0 कृष्णलता, डा0 अजय, डा0 रवि, डा0 अश्मिता, डा0 आकाश राजा व डा0 श्याम सुन्दर व डा0 साइदेश्वर राव व लैब टेक्नीशियन अब्दुल, अमित कुमार व निशा देवी तथा ब्लड बैंक में कार्यरत डा0 कंचन कामनी व डा0 मानसी तथा ब्लड बैंक टेक्नीशियन धीरज को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समारोह में संस्थान में ड्राइवर के पद पर कार्यरत प्रवीन कुमार को 42 कि0मी0 मैराथन के ट्रायल में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर जिलाधिकारी सुहास एल0वाई0 ने संस्थान के निदेशक एवं समस्त टीम को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान ने बहुत ही कम समय में कोविड-19 के उपचार हेतु देश के अन्य उत्कृष्ट संस्थानों सरीखी व्यवस्था संस्थान में उपलब्ध करायी है और आशा है कि संस्थान इसी तरह सफलता की सीढियाॅ चढते जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने संस्थान निदेशक, डाक्टर्स एवं कर्मचारियों के कोविड-19 महामारी में अपना अमूल्य योगदान देने के लिए सराहना की। निदेशक डा0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता ने अवगत कराया कि माह अप्रैल में संस्थान कोविड जाचॅ में प्रदेश में 25वें पायदान पर था लेकिन अब 10वें पायदान पर है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा0 सौरभ श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों एवं डाक्टर्स व स्टाॅफ का आभार जताया।