धान की फसल को रोग से बचाने के लिए समस्त कृषक भाइयों को जिला कृषि रक्षा अधिकारी की सलाह।
गौतमबुद्धनगर(भारत भूषण):-10 जून 2020 जिला कृषि रक्षा अधिकारी गौतमबुद्धनगर ने जनपद के समस्त किसान भाइयों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि धान की बुवाई व रोपाई शुरू हो चुकी है। धान की फसल में विशेष रूप से बासमती प्रजातियों में बकेनी रोग जो Fuzarium Moniliformea  नामक कवक से फैलता है, यह बीज जनित रोग है। उन्होंने बताया कि इस रोग से ग्रस्त पौधे सामान्य से अधिक लंबे हो जाते हैं और रोग ग्रस्त बालियों में दाने नहीं बनते हैं, जिस कारण से धान की पैदावार मे प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि धान की फसल को इस रोग से बचाने के लिए प्रमाणित बीजों की बुवाई के साथ-साथ थीरम 75% डब्ल्यू पी की 2.5 ग्राम मात्रा या कार्बन्डाजिम 50% डब्ल्यू.पी. की 2.0 ग्राम मात्रा या ट्राइकोडरमा की 5.0 ग्राम से प्रति किलोग्राम बीज को शोधित कर धान की नर्सरी की तैयारी करें। धान की फसल में जीवाणु झुलसा एवं जीवाणु धारी रोग के नियंत्रण के लिए 4.0 ग्राम स्टैप्टोमाईसीन सल्फेट 90% ट्रेड साइक्लीन हाइड्रोक्लोराइड 10% को 25 किलोग्राम बीज एवं 40 लीटर पानी में रात भर भिगोकर प्रातः छाया में फैला कर शाम के समय नर्सरी में बुवाई करें। अतः उक्त के संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला कृषि रक्षा अधिकारी गौतम बुध नगर कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।