वैज्ञानिकों के द्वारा पहले ही अनुसंधान किया जा चुका है कि ये सभी जड़ी-बूटियों Antimicrobial अर्थात् Anti virus, Anti-germal, Anti Bacterial, Anti Fungal, Antibiotics and with many Medicinal Properties हैं किन्तु Allopathic Doctors अपनी-अपनी Monopolies के कारण सारे मरीजों को भर्ती करके अपने कब्जे में ले कर रोगियों को इलाज देने के नाम पर मनमानी कर रहे हैं तथा जनता को गुमराह करके महामारी में झोंक रहे हैं तथा भारत सरकार द्वारा बराबर का दर्जा प्राप्त आयुष के चिकित्सकों को बिना अनुसंधान के और अनपढ़ कह कर मज़ाक़ उड़ाते हैं जबकि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को अपना कर काढ़ा पीकर अपने को और अपने परिवार बचा रहे हैं l विदेश में एक ही अस्पताल में भर्ती मरीजों को सभी तरह के चिकित्सकों द्वारा इलाज दिया जाता है जबकि यहां कोरोना वायरस कोविद 19 के मरीजों को आयुष के चिकित्सकों को छूने नहीं देते हैं जिसके कारण इतने सारे मरीज जिन्दगी मौत से जूझ रहे हैं और ये कान में तेल डाले हैं और देश असहाय कर रखा है जबकि ये सभी रोगी दस दिनों में जड़ से ठीक हो सकते हैं l माननीय प्रधानमंत्री जी स्वयं हर बार अपील करते हैं कि जनता आयुष अपनाये और जड़ी-बूटियों का काढ़ा पियें I आपके माध्यम से जनता से अपील है कि बेझिझक यह फ़ार्मूला इस्तेमाल कर निःशुल्क तरीके से अपने को बचाए तथा सरकार ये शोधकर्ताओं के शोध पत्र देखते हुए इस इलाज को समस्त मरीजों को अनिवार्य रूप से देने के लिए अपील करते हैं क्योंकि इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है l डॉ के. एन. सिंह, योजना निदेशक
आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को अपना कर काढ़ा पीकर अपने को और अपने परिवार बचा रहे हैं l