वायु सेना स्टेशन सरसावा में हुए पैरा जंपिंग एडवेंचर कोर्स में महिलाओं ने दिखाया दमखम

बीते कुछ दिनों के दौरान वायुसेना स्टेशन सरसावा का आसमान बड़ी संख्या में रंगीन पैराशूट से भरा रहा। 12 से 20 मार्च 2020 के दौरान इसके बेस पर एक पैरा जंप शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से आए वायुसैनिकों को पैरा जंप से पहले कड़ी मेहनत से गुजरना पड़ा। स्क्वाड्रन लीडर आफताब खान और एमडब्ल्यूओ आर. जे. सिंह की अगुवाई में एयरफोर्स एडवेंचर सेल के दिशानिर्देशन में यह कोर्स पूरा हुआ, जिसमें 42 प्रशिशुओं ने हिस्सा लिया। उन्हें चार प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है, जो पैरा जंप विशेषज्ञ थे और उन्होंने पैरा ट्रेनिंग स्कूल आगरा से प्रशिक्षण हासिल किया था। इस दल में एयरफोर्स एडवेंचर सेल के प्रशिक्षित पैरा ट्रूपर्स भी शामिल थे।16 मार्च, 2020 को स्क्वाड्रन लीडर वी. ऐश्वर्या और स्क्वाड्रन लीडर के. प्रभाकर की एक विमान से पैराशूट के माध्यम से कूदने की पुरानी इच्छा भी पूरी की। इस प्रक्रिया के साथ वायुसेना स्टेशन सरसावा पर तैनात वह ऐसा पहला दम्पति बन गया जिसने एक साथ पैराशूट जम्पिंग की। सरसावा में हुई इस साहसिक गतिविधियों के साथ कई अन्य उपलब्धियां भी जुड़ गई। महज चार दिन की अवधि के दौरान 455 सुरक्षित छलांग लगाई गई। पहली बार में 6 महिला अधिकारियों ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ प्रशिक्षण लिया, जिनमें से चार सरसावा के ही थे। इसके अलावा सरसावा की स्क्वाड्रन लीडर ऐश्वर्या, स्क्वाड्रन लीडर प्रियंका समाल, फ्लाइट लेफ्टिनेंट उपासना शर्मा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट नाज, दूसरे आईएएफ बेस की स्क्वाड्रन लीडर निधि सिंह और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सी. गोयल, आईएएफ की महिला पैरा ट्रूपर्स में शामिल हो गईं।


इस प्रशिक्षण के दौरान वायु सैनिकों ने बेस की ‘माइटी आर्मर’ यूनिट द्वारा उड़ाए गए हेलिकॉप्टर से 4500 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई। वहीं एडवांस ट्रूपर्स और पैरा जंप प्रशिक्षकों ने 10000 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई। पांच सफल छलांग पूरी करने के बाद एयरकमोडोर अजय शुक्ला वीएम, एयर आफिसर कमांडिंग, वायुसेना स्टेशन सरसावा में प्रशिक्षित वायु सैनिकों को ‘पैरा विंग्स’ प्रदान किया, इसे वे अब सम्मान से अपनी वर्दी पर पहन सकेंगी। ये वायु सैनिक भारतीय वायु सेना के आदर्श वाक्य ‘गर्व के साथ आकाश को स्पर्श करो’ के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।