भारतीय रेलवे द्वारा आईआरसीटीसी के बेस किचनों के आसपास के स्थानों में रहनेवाले जरूरतमंद लोगों को कागज प्लेट के साथ थोक में पका हुआ भोजन उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है।
जोन के हिसाब से आईआरसीटीसी के बेस किचनों की सूची नीचे दी गई है:
- दक्षिण मध्य रेलवे: विजयवाड़ा
- पश्चिम रेलवे: अहमदाबाद, मुंबई सेंट्रल
- पूर्वी तटीय रेलवे: खुर्दा रोड
- दक्षिण पूर्व रेलवे: बालासोर
- उत्तर रेलवे: नई दिल्ली, पहाड़गंज
- उत्तर मध्य रेलवे: प्रयागराज, झांसी, कानपुर
- मध्य रेलवे: सीएसएमटी, पुणे, शोलापुर, भुसावल
- पश्चिम मध्य रेलवे: इटारसी
- दक्षिण पश्चिम रेलवे: बैंगलोर, हुबली
- दक्षिण रेलवे: तिरुअनंतपुरम, चेंगलपट्टू, कट्पडी, मंगलौर
- पूर्व रेलवे: सियालदह, हावड़ा
- पूर्व मध्य रेलवे: राजेंद्रनगर
- उत्तर सीमांत रेलवे: कटिहार
आज यानी 29 मार्च 2020 को आईआरसीटीसी द्वारा पूरे देश के जरूरतमंद लोगों, प्रवासी मजदूरों, कुछ वृद्धाश्रमों और अन्य के लिए नीचे दिए गए विवरण के अनुसार कुल 11,030 दोपहर के भोजन की आपूर्ति की गई:
स्थान भोजन की संख्या
1. दिल्ली 5030
2. बैंगलोर 2000
3. हुबली 700
4. मुंबई सेंट्रल 1500
5. हावड़ा/सियालदह 500
6. पटना 400
7. टाटा 400
8. रांची 300
9. कटिहार 200
संबंधित जोनों और डिवीजनों के जीएम/डीआरएम से भी उम्मीद की जाती है कि उनके द्वारा आईआरसीटीसी के इन प्रयासों की पहुंच को विस्तार प्रदान करने के लिए उनका इनपुट उपलब्ध कराया जाएगा। आईआरसीटीसी मांग के आधार पर भोजन तैयार करेगा और उपलब्ध कराएगा। अधिकारों और डिवीजनों द्वारा मांगपत्रों को भेजा जा रहा है। भोजन का वितरण आरपीएफ और/या अन्य रेलवे प्राधिकरणों द्वारा किया जाएगा। इस अभ्यास के लिए गैर-सरकारी संगठनों, स्वयंसेवकों से भी सहायता ली जा सकती है।आईआरसीटीसी विभिन्न रेलवे जोनों में, आरपीएफ और एनजीओ के साथ एक टीम के रूप में काम करते हुए जरूरतमंद लोगों तक कागज प्लेट के साथ पके हुए भोजन की आपूर्ति कर रही है। जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित करते समय सामाजिक दूरी और स्वच्छता का ध्यान रखा जा रहा है।
यह उल्लेखनीय है कि भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी द्वारा लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की किसी भी मांग को पूरा करने की तैयारी की जा रही है, जिसको कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लगाया गया है। आईआरसीटीसी किसी भी संभाव्यता के लिए पूरी तरह से तैयार है और खाद्यान्न और अन्य कच्चे माल का पर्याप्त स्टॉक रखा जा रहा है।