भोपाल:- भोपाल से दिल्ली तक करीब 22 घंटे तक चले सियासी ड्रामे के बाद 6 विधायक लौट आए हैं। इस पूरे घटनाक्रम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह संकटमोचक बनकर उभरे। हालांकि दिग्गज कांग्रेस नेता की इस भूमिका को लेकर अब गंभीर सवाल उठने लगे हैं।राजनीतिक गलियारे में ऐसी चर्चा गरम है कि राज्यसभा जाने के लिए दिग्गी राजा ने ही इस पूरी साजिश की पटकथा रची थी। इस दावे के पीछे दो तर्क दिए जा रहे हैं। पहला तर्क यह है कि हार्स ट्रेडिंग में जिन 6 विधायकों का नाम सामने आ रहा है उनमें 2 विधायक दिग्गज कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बेहद करीबी हैं। दिग्विजय सिंह के करीबी बिसाहू लाल सिंह 1980 में पहली बार विधायक चुनकर आए थे। वह अभी तक 5 बार कांग्रेस के विधायक बने हैं। बिसाहूलाल सिंह पूर्ववर्ती दिग्विजय सिंह सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्रीए ऊर्जा मंत्री और आदिवासी विकास मंत्री रह चुके हैं। बिसाहूलाल मंत्री नहीं बनाए जाने से सीएम कमलनाथ से नाराज चल रहे हैं। ऐंदल सिंह कंसाना भी दिग्विजय सिंह के बेहद नजदीकी हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में बेहद शक्तिशाली मंत्रियों में शामिल थे। कंसाना भी मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं। मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल के पीछे दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार बताए जाने के पीछे दूसरा तर्क कमलनाथ सरकार के एक कैबिनेट मंत्री का ट्वीट है। कांग्रेस सरकार में उमंग सिंघार ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कमलनाथ की सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित है। यह राज्यसभा में जाने की लड़ाई है बाकी आप सब समझदार हैं। कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री उमंग सिंघार के इस ट्वीट से उन अटकलों को बल मिला है जिसमें कहा जा रहा है कि यह पूरा सियासी नाटक दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा जाने के लिए रचा है।सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि दिग्विजय सिंह की राज्यसभा सीट का कार्यकाल खत्म हो रहा है
कमलनाथ की सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित-उमंग सिंघार।