केन्द्रीय महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती जुबिन इरानी ने नयी दिल्ली में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना का सफल नेतृत्व करने वालों पर ‘क्रोनिकल्स ऑफ चेंज चैंपियन्स’ शीर्षक से एक पुस्तक का विमोचन किया यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ योजना के तहत राज्यों तथा जिलों के स्तर पर की गई 25 नवाचार पहलों से जुड़ी सफलता की कहानियों का संकलन है। इसमें योजना को सफल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर किए गए प्रयासों तथा जिला प्रशासन और अग्रिम पंक्ति पर काम करने वालों के जरिए सामुदायिक भागीदारी का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया गया है।
श्रीमती इरानी ने योजना को सफल बनाने के लिए नवाचार पहल करने वाले 25 जिलों और उनकी राज्य सरकारों की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि पुस्तक में कहानी के रूप में संकलित की गई ये पहलें अन्य जिलों और समुदायों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगीं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इस जनआंदोलन में शामिल होकर बालिकाओं के अधिकारों का समर्थन करते हुए लिंग भेद रहित समाज के निर्माण के लिए सामूहिक रूप से आगे बढ़ें।श्रीमती इरानी ने आगे कहा कि योजना का जारी रहना बालिकाओं के लिए देश के संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह दशक भारतीय महिलाओं और बालिकाओं का दशक होगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस वर्ष उनका मंत्रालय स्कूल बीच में छोड़कर जाने वाली लड़कियों को स्कूलों में वापस लाने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ मिलकर स्थानीय समुदाय की मदद से एक मिशन शुरू करेगा। उन्होंने बालिका लिंगानुपात में पिछड़ रहे हैं जिलों से हरियाणा और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों के साथ मिलकर काम करने को कहा जिन्होंने बालिकाओं के लिंगानुपात में सुधार के लिए सराहनीय कार्य किया है। इस अवसर पर महिला एंव बाल विकास मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ: जनआंदोलन के माध्यम से लैंगिक भेदभाव के चलन को चुनौति’ पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई और बीबीबीपी पर एक डाक्यूमेन्ट्री फिल्म भी दिखाई गई।बीबीबीपी योजना बाल लिंग अनुपात में कमी और महिलाओं के सशक्तिकरण से संबंधित मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम के रूप में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी, 2015 को पानीपत, हरियाणा से शुरु की गई थी। वर्तमान में यह देश के सभी 640 जिलों में चलाई जा रही है।यह योजना तीन मंत्रालयों, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल है।सामुदायिक स्तर पर सबकी भागीदारी इस योजना का आधार स्तंभ है।
आज आयोजित कार्यक्रम में केन्द्र और राज्य सरकारों, जिला प्रशासनों और विभिन्न हितधारकों की सक्रिय भागीदारी देखी गई।