अप्रैल-फरवरी, 2019-20 के दौरान व्यापार घाटे में उल्लेखनीय कमी

भारत से अप्रैल-फरवरी 2019-20में 491.64 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र निर्यात (वस्‍तुएं एवं सेवाएं) होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.13 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। उधर, अप्रैल-फरवरी 2019-20* के दौरान 559.45 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र आयात होने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 3.90 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है।


 नोटः आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा जनवरी 2020 से संबंधित है। फरवरी 2020 से संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।


वस्‍तुओं का व्‍यापार


निर्यात (पुनर्निर्यात सहित)


फरवरी, 2020 में 27.65 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ जो फरवरी 2019 में हुए निर्यात की तुलना में 2.91 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। रुपये के लिहाज से फरवरी, 2020 में निर्यात 1,97,646.12 करोड़ रुपये का हुआ जो फरवरी, 2019 के मुकाबले 3.29 प्रतिशत की वृद्धि को रेखांकित करता है।


फरवरी, 2020 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में धनात्मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-


अप्रैल-फरवरी, 2019-20 में कुल निर्यात 292.91 अरब अमेरिकी डॉलर (20,67,408.73 करोड़ रुपये) का हुआ जो अप्रैल-फरवरी, 2018-19 में हुए कुल निर्यात की तुलना में डॉलर की दृष्टि से 1.50 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि और रुपये के लिहाज से 0.62 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है।


फरवरी 2020 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न व जेवरात निर्यात 21.23 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो फरवरी 2019 की तुलना में 6.16 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है। अप्रैल- फरवरी 2019-20 में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न व जेवरात निर्यात 218.83 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 0.57 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि को रेखांकित करता है।


आयात


फरवरी 2020 में 37.50 अरब अमेरिकी डॉलर (2,68,063.75 करोड़ रुपये) का आयात हुआ जो फरवरी, 2019 के मुकाबले डॉलर के लिहाज से 2.48 प्रतिशत अधिक है और रुपये के लिहाज से भी 2.86 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल-फरवरी 2019-20 में कुल मिलाकर 436.03 अरब अमेरिकी डॉलर (30,76,266.13 करोड़ रुपये) का आयात हुआ, जो अप्रैल- फरवरी 2018-19 में हुए आयात की तुलना में डॉलर के लिहाज से 7.30 प्रतिशत कम है और रुपये की दृष्टि से 6.52 प्रतिशत कम है।


नवम्‍बर, 2019 में जिन प्रमुख जिंस समूहों के आयात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में ऋणात्‍मक वृद्धि दर्ज की गई है उनमें निम्नलिखित शामिल हैं-


सेवाओं का व्यापार


निर्यात (प्राप्तियां)


भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 13 मार्च, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2020 में निर्यात 18.99 अरब अमेरिकी डॉलर (1,35,389.25 करोड़ रुपये) का हुआ, जो जनवरी 2019 की तुलना में डॉलर के लिहाज से 6.99 प्रतिशत की धनात्मक वृद्धि को दर्शाता है। फरवरी 2020* में सेवाओं का निर्यात 19.48 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।


 


आयात (भुगतान)


भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा 13 मार्च, 2020 को जारी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी, 2020 में आयात 12.00 अरब अमेरिकी डॉलर (85,583.69 करोड़ रुपये) का हुआ, जो जनवरी 2019 की तुलना में डॉलर के लिहाज से 8.83 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि को दर्शाता है। फरवरी 2020* में सेवाओं का आयात 12.43 अरब अमेरिकी डॉलर का होने का अनुमान लगाया गया है।


व्यापार संतुलन


वस्‍तुएं: फरवरी, 2020 में व्यापार घाटा 9.85 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि फरवरी 2019 में व्यापार घाटा 9.72 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।


सेवाएं : आरबीआई द्वारा 13 मार्च, 2020 का जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जनवरी 2020 के दौरान सेवाओं में व्यापार संतुलन (अर्थात शुद्ध सेवा निर्यात) 6.98 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है।


समग्र व्यापार संतुलन : वस्‍तुओं एवं सेवाओं दोनों को ही मिलाने पर अप्रैल-फरवरी 2019-20में कुल मिलाकर 67.81 अरब अमेरिकी डॉलर का समग्र व्यापार घाटा होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि अप्रैल-फरवरी 2018-19 में व्यापार घाटा 100.74 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ था।


नोटः आरबीआई द्वारा जारी किया गया सेवा क्षेत्र से जुड़ा नवीनतम डेटा जनवरी, 2020 से संबंधित है। फरवरी 2020 से संबंधित डेटा सिर्फ एक आकलन है जिसमें आरबीआई की अगली प्रेस विज्ञप्ति के आधार पर संशोधन किया जाएगा।