युवा पीढ़ी भारतीय इतिहास व संस्कृति के प्रति हो गौरान्वित

 ग्रेटर नॉएडा (भारत भूषण ):-प्रेरणा विमर्श 2020 का तीसरा दिन सोशल मीडिया कॉनक्लेव में भारत की संस्कृति और मीडिया के सम्बन्धों की चर्चा हुई। बीज व्यक्तव्य में प्रो भगवती प्रकाश शर्मा ने बताया कि भारत की स्वर्णिम इतिहास को मीडिया द्वारा जनमानस तक पहुंचाया जा सकता है। इन आधुनिक जनसंचार के माध्यमों से  हमारी चिरन्तन संस्कृति व विरासत जो मानवता की साझी विरासत है को
 विश्व तक पहुंचाया जा सकता है। गौतम बुद्ध विश्विद्यालय के कुलपति ने बताया कि एकात्म मानववाद दुनिया को नई दिशा दे सकता है। हमारे प्राचीन वाङ्गमय का इंग्लिश रूपांतरण हमारे ऐतिहासिक व सांस्कृतिक मूल्यों को विकृत कर रहा है। मुख्य वक्ता अंजिक्य कुलकर्णी ने मीडिया की क्रमागत उन्नति के ऊपर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सॉशल मीडिया जीवन का अभिन्न अंग बन चुका है। मुख्य अतिथि सुभाष सिंह, सूचना आयुक्त उत्तर प्रदेश ने भाषा सयंम को पत्रकारिता व सोशल मीडिया के लिए अति महत्वपूर्ण बताया। संवाद व पत्रकारिता का तरकात्मक व तथ्यात्मक होना जरूरी है। स्वाति सिंह, राज्य मंत्री ने बताया कि सोशल मीडिया जनसंचार का महत्वपूर्ण माध्यम है व नैरेटिव बनाने में विशेष भूमिका है। मधु पूर्णिमा किश्वर प्रोफेसर, आई सी एस एस आर ने मुख्य धारा मीडिया की ध्रुवीकरण की सोच को जनमानस पर थोपने के लिए चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कई बड़े मीडिया हॉउस तथ्यात्मक खबर की जगह अपनी रुचि के अनुसार खबर छापते हैं।राहुल रौशन सी,ई,ओ, ओप इंडिया ने बताया कि किस तरह नैरेटिव मीडिया अपने हिसाब से तैयार कर लेते हैं और तथ्यात्मक खबर को लोगों तक नही पहुंचाते, यह एक चिंता का विषय है। राहुल महाजन, मुख्य सम्पादक, राज्य सभा टी वी ने प्रतिभागियों के सोशल मीडिया से जुड़े विभिन्न सवालों के जवाब दिए। कार्यक्रम में विकास पांडेय, सुभाष सिंह, मनोज वर्मा, व आशीष जोशी उपस्थित रहे।