डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (डीएफसीसीआईएल) का 14वाँ स्थापना दिवस 18 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली में मनाया गया। इस अवसर पर रेल, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 500 किलोमीटर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर को पूरा करने के लिए टीम डीएफसीसीआईएल को बधाई दी और मार्च 2020 तक 991 किलोमीटर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए टीम को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि रेलवे सेक्टर को बदलने में डीएफसी प्रभाव डालेगा। माल ढुलाई और यात्रियों दोनों के लिए तीव्र गति सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग ट्रैक होना आवश्यक है। पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे को मार्ग के अधिकतम इस्तेमाल और मालगाड़ियों की औसत गति बढ़ाने के लिए काफिलों में चलाना चाहिए। ठीक उसी प्रकार से जिस तरह आईआरसीटीसी अपनी तेजस ट्रेनों में देरी के लिए मुआवजे का भुगतान करता है, रेलवे के माल ग्राहकों को मालगाड़ियों के देर से आने पर मुआवजा दिया जाना चाहिए। उन्होंने डीएफसीसीआईएल पर चलने वाली मालगाडि़यों को समय सारणी के अनुसार चलाने पर जोर दिया।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और डीएफसीसीआईएल के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार यादव, ने कहा कि समेकन, विकास और सुधार तीन महत्वपूर्ण ऐसे क्षेत्र हैं, जिन पर भारतीय रेलवे काम कर रही है। उन्होंने कहा कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भारतीय रेलवे में एक आदर्श परिवर्तन की शुरुआत कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीएफसीसीआईएल भारतीय अर्थव्यवस्था को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल तेज और आधुनिक ट्रेनें चलाने के लिए रेलवे नेटवर्क को अपग्रेड कर रही है। खास तौर से तेज और आधुनिक ट्रेनें चलाने के लिए दिल्ली - मुंबई और दिल्ली - हावड़ा सेक्टरों को अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 98.5% भूमि का अधिग्रहण करके, डीएफसीसीआईएल परियोजना पूरी करने के लिए तेजी से काम कर रहा है।
डीएफसीसीआईएल के प्रबंधन निदेशक अनुराग सचान, ने इस अवसर पर मौजूद जनसमूह को संबोधित करते हुए ऊर्जावान नेतृत्व और श्री पीयूष गोयल की तरफ से लगातार मिल रहे समर्थन को पहचाना। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि टीम डीएफसीसीआईएल परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करेगी।समारोह में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में रेलवे बोर्ड में वित्त आयुक्त श्रीमती मंजुला रंगराजन, एस एंड टी, रेलवे बोर्ड के सदस्य, प्रदीप कुमार, अतिरिक्त सॉलीसिटर जनरल सुश्री पिंकी आनंद शामिल थे। रेलवे बोर्ड, डीएफसीसीआईएल, पीएसयू, विश्व बैंक और जेआईसीए के अनेक वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य हितधारकों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
पुरस्कार समारोह में 28 व्यक्तियों को निजी पुरस्कार और 4 पुरस्कार समूह में प्रदान किए गए। पश्चिमी गलियारे के लिए रनिंग शील्ड अजमेर और अहमदाबाद इकाइयों को संयुक्त रूप से दी गई और पूर्वी गलियारे के लिए, यह पंडित दीनदयाल उपाध्याय (मुगलसराय) इकाई को प्रदान की गई ।