"सिंग्रेंनी कोयला खान के रंगों" से सजी हैदराबाद - नई दिल्ली तेलंगाना एक्सप्रेस की यात्रा हैदराबाद से नई दिल्ली के लिए शुरू

 नई दिल्ली:- दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा की गई अपनी तरह की पहल में प्रतीकात्‍मक ट्रेन हैदराबाद-नई दिल्ली- हैदराबाद तेलंगाना एक्सप्रेस शुरू की गई है, जो राज्य और देश की राजधानी को जोड़ती है। इसे सरकार के स्वामित्व वाले भारत के सबसे बड़े कोयला उत्पादकों में से एक और रेलवे के एक प्रमुख माल ग्राहक सिंग्रेनी कोयला खान कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) के रंगों और डिजाइन से सजाया गया है। एससीआर के सिकंदराबाद डिवीजन ने मैसर्स एससीसीएल के साथ समझौता किया है और हैदराबाद - नई दिल्ली तेलंगाना एक्सप्रेस के एक रेक को एससीसीएल ने विनाइल से ढका है।


दक्षिण मध्य रेलवे और एससीसीएल के वरिष्ठ अधिकारी उस समय उपस्थित थे, जब एससीआर की विनाइल से ढकी पहली ट्रेन हैदराबाद - नई दिल्ली तेलंगाना एक्सप्रेस हैदराबाद रेलवे स्टेशन से 20 दिसम्‍बर, 2019 को रवाना हुई। एससीआर के महा प्रबंधक श्री गजानन माल्या ने कहा कि यह एक नया क्षेत्र है, जिसमें प्रचार की अपार संभावनाएं हैं और यह संगठन के ब्रांड मूल्य को बढ़ाता है। उन्होंने इस अभिनव कदम को लागू करने के लिए सिकंदराबाद मंडल के रेलवे अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने अपनी ब्रांड छवि को बढ़ाने के उद्देश्‍य से इस अनूठे मंच का उपयोग करने के लिए सिंग्रेनी कोयला खान कंपनी लिमिटेड को बधाई दी।यह सरकारी विभागों / सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विज्ञापन के लिए कोचिंग ट्रेनों के बाहरी हिस्‍से की पेशकश करने की भारतीय रेलवे की एक अभिनव योजना है। गाड़ियों पर विनाइल रैपिंग का यह अनोखा और असीमित विज्ञापन का यह तरीका ट्रेनों की सुन्‍दरता बढ़ा देता है। विनाइल रैपिंग खिड़की से लेकर कोच के नीचे तक की जाती है, ताकि बुनियादी दृश्यता से समझौता न हो। विज्ञापन मॉडल की आमदनी की नवीन संभावना रेलवे नियमों के अंतर्गत पर्यावरण, रक्षा, सुरक्षा, स्वच्छता, अग्नि सुरक्षा आदि जैसी विभिन्न चिंताओं से समझौता नहीं करती है।


भारतीय रेलवे ने अस्थिर परिसंपत्तियों के माध्यम से विज्ञापन पर एक नीति को औपचारिक रूप दिया है, इस तथ्य के आधार पर कि बड़े पैमाने पर परिवहन सेवा प्रदाता इसका लाभ उठा रहे हैं।