जनपद के समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों का आह्वान करते हुए उन्हें जानकारी दी है कि उनके विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना संचालित की गई है, जिसके तहत गौतम बुध नगर जिले के पारंपरिक कारीगर दर्जी, नाई, बढ़ई, लोहार एवं मोची के आजीविका के साधनों को सुदृढ करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त योजना के तहत कारीगरों को कौशल वृद्धि के लिए 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और प्रशिक्षण के बाद आधुनिक तकनीक पर आधारित उन्नत किस्म के टूल किट का वितरण प्रशिक्षार्थियों को किया जाएगा तथा इच्छुक लाभार्थियों को वर्तमान में संचालित मार्जिन मनी योजनाओं में ऋण वितरण किया जाएगा। उन्होंने उक्त योजना में पात्रता के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि आवेदक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए तथा उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और आवेदक पारंपरिक कारीगरी दर्जी, नाई, बढ़ई, लोहार एवं मोची व्यवसाय से जुड़ा होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि उक्त योजना में प्रशिक्षण के लिए किसी प्रकार की शैक्षिक योग्यता की कोई आवश्यकता नहीं है तथा योजना में पात्रता के लिए जाति एकमात्र आधार नहीं होगा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऐसे व्यक्ति भी पात्र होंगे जो परंपरागत कारीगरी जाति से भिन्न हो ऐसे आवेदक परंपरागत कारीगरी से जुड़े होने के प्रमाण के रूप में ग्राम प्रधान, अध्यक्ष नगर पंचायत, नगर पालिका/नगर निगम से संबंधित वार्ड के सदस्य द्वारा निर्गत किया गया प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। उक्त योजना में आवेदन करने के इच्छुक व्यक्ति आगामी 06 जनवरी 2020 तक अपना आवेदन कर सकते हैं। उक्त योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए कार्यालय जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र गौतम बुध नगर में किसी भी कार्य दिवस में संपर्क स्थापित कर प्राप्त कर सकते हैं या सहायक आयुक्त उद्योग दीपेंद्र कुमार के मोबाइल नंबर 8447328254 एवं कनिष्ठ सहायक रविंद्र कुमार के मोबाइल नंबर 9456671832 पर संपर्क करके प्राप्त कर सकते हैं।
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय दस्तकारों तथा पारंपरिक कारीगरों के विकास के लिए विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना संचालित।