राजनारायण के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

समाजवादी पार्टी द्वारा समाजवादी पुरोधा स्वर्गीय राजनारायण की चौतीसवीं पुण्यतिथि सेक्टर 31 स्थित निठारी में मनाई गई। इस अवसर पर सपा के निवर्तमान जिला प्रवक्ता राघवेंद्र दुबे ने सपा नेताओं के साथ राजनारायण के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वक्ताओं ने उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला।



 इस अवसर पर बोलते हुए राघवेंद्र दुबे ने कहा कि राजनारायण जी ने अन्याय के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया।उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सामने चुनाव लड़ा और हारने पर कोर्ट में चुनौती दी । इलाहाबाद कोर्ट ने इंदिरागांधी की जीत को अवैध माना। 1977 में हुए चुनाव में राजनारायण जी ने इंदिरागांधी को हराया। राजनारायण जी बगावती तेवर के नेता थे जिन्हें विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करने का हुनर आता था। गरीब, मजदूर, किसान, नौजवान की आवाज को हमेशा बुलंद किया।मौजूदा हालात में जहां सत्ता तानाशाही पूर्ण रवैये से कार्य कर रही है ऐसे में राजनारायण जी का व्यक्तित्व प्रासंगिक हो जाता है जो निरंकुश सत्ता पर लगाम लगाने का कार्य कर सके। राजनारायण जी राजनीति में होते हुए भी एक संत की तरह थे। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है।
इस अवसर पर सपा नेता अर्जुन प्रजापति, शिक्षक सभा अध्यक्ष बबलू चौहान, पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष राजेंद्र अवाना, सैय्यद आफाक, दीपक कुमार, ऋषि प्रजापति, रामेश्वर, वृजपाल , श्यामू पाल, मूलचंद, देशराज सहित तमाम सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।