नागरिकता संशोधन बिल जिसे आज लोकसभा में किया जाएगा पेश

नई दिल्ली :- नागरिकता(संशोधन विधेयक का उद्देश्य छह समुदायों) हिन्दू, ईसाई, सिख,जैन, बौद्ध तथा पारसी के लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है
बिल के ज़रिये मौजूदा कानूनों में संशोधन किया जाएगा ताकि चुनिंदा वर्गों के गैरकानूनी प्रवासियों को छूट प्रदान की जा सकेचूंकि इस विधेयक में मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया हैए इसलिए विपक्ष ने बिल को भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के खिलाफ बताते हुए उसकी आलोचना की है
 नागरिकता संशोधन विधेयक यानी सिटिज़नशिप अमेंडमेंट बिल  को आज लोकसभा में पेश किया जाएगा इसके ज़रिये पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर.मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता दी जा सकेगी लोकसभा के पिछले कार्यकाल के दौरान यह बिल निष्प्रभावी हो गया था विधेयक पेश करने को देखते हुए सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने सभी लोकसभा सदस्यों को व्हिप जारी किया कि नौ दिसम्बर से तीन दिनों तक सदन में मौजूद रहें एक सूत्र ने बताया कि व्हिप में भाजपा के सभी सांसदों से सदन में मौजूद रहने के लिए कहा गया हैण् लोकसभा के सोमवार की कार्य सूची के मुताबिक छह दशक पुराने नागरिकता कानून  में संशोधन वाला विधेयक दोपहर में लोकसभा में पेश होगा और बाद में इस पर चर्चा होगी और फिर इसे पारित कराया जाएगा