नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन

नोएडा (भारत भूषण ): सैक्टर 52 के बारात घर में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें गौतमबुद्वनगर के सांसद एवं पूर्व मंत्री भारत सरकार डा. महेश शर्मा, डी0के. उपाध्यक्ष भाजपा पश्चिमी उ0प्र0, सुमित बेनिवाल, महामंत्री भाजपा पश्चिमी उ0प्र0 एवं युवा मोर्चा प्रदेश मंत्री सतेन्द्र नागर उपस्थित रहें और उन्होनें अल्पसंख्यक समाज को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के अंदर 1790 अवैध कालोनियों को वैध का दर्जा देते समय हमारी सरकार ने किसी से धर्म नही पूछा, 10 करोड़ परिवारों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस सिलेण्डर वितरित करते समय किसी का धर्म नही पूछा गया, आयुष्मान योजना के तहत इलाज के लिए किसी देशवासियों का धर्म नही पूछा तो यह जो बिल आया है इसका धर्म से कोई मेल नही है।



उन्होनें यह विश्वास दिलाया कि जब देश की संसद में नागरिकता संशोधन बिल परित हो रहा था तब मैं भी स्वयं उस ऐतिहासिक बिल का साक्षी बना ऐसे में यह बिल देश में रह रहें 135 करोड नागरिकों को अधिकार देने का है छिनने का नही। विगत 5 वर्षो के कार्यकाल में हमारी सरकार ने हजारों लोगों को नागरिकता दिलाई है। संसद द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद यह कानून बन चुका है। इस संशोधन के माध्यम से भारत के पड़ोसी देश- पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में मजहबी उत्पीड़न के शिकार हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई, पारसी और जैन समुदाय के अल्पसंख्यकों को भारत में शरण देने और उन्हे नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है। भारत के दो पड़ोसी देश- पाकिस्तान-बांग्लादेश स्वतंत्रता पूर्व भारत का ही हिस्सा थे। दुर्भाग्य से इन तीनों देशों में पिछले सात दशकों में अल्पसंख्यकों (गैर-मुस्लिमों) की स्थिति दयनीय हो गई है। उत्पीड़न से पीड़ित नागरिक और उससे बचने के लिए उनका पलायन ही मात्र एक सहारा था। चूंकि भारत का विभाजन मजहब के आधार पर हुआ था, तब स्वाभाविक रूप से इन तीन देशों में प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के प्रति खंडित भारत की विशेष जिम्मेदारी है। अपने इसी नैतिक और संवैधानिक दायित्व को पूरा करने के लिए भारत के नागरिकता विधेयक में संशोधन की आवश्यकता थी। जिसे भारत सरकार ने पूर्ण किया।


कुछ राष्ट्रविरोधी शक्तियों ने युवाओं/विद्यार्थियों को टारगेट बनाकर देश के कुछ राज्यों में विगत कई दिनों से हिंसा और आगजनी फैला रहे है। लोकतंत्र में किसी भी प्रकार की हिंसा का कोई स्थान नहीं है और समाज के लोगों में शून्य-सहनशक्ति होनी चाहिए।मैं सभी देशवासियों/क्षेत्रवासियों से अपील करता हूँ कि हर स्थिति में शांति बनाए रखें और अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान न दें। 


इस मौके पर महानगर अध्यक्ष राकेश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष, अल्पसंख्यक मोर्चा सरफराज अली, क्षेत्रीय मंत्री पश्चिमी उ0 प्र0 अल्पसंख्यक मोर्चा ऐहसान खान, डा जिनत अंसारी, युनुस अल्वी, सलीम सिद्वकी, मो0 जमशेद, आलेनवी कुरैशी, नदीम अल्वी, इनामुल हक, नौशाद अल्वी, इरफान जाहिद मलिक, सत्तार मुल्ला जी, समेत अन्य लोग उपस्थित रहें।