हमे अपने युवाओं को उनके पसंद के कार्यक्षेत्रों में और उनके सामाजिक जीवन में बढ़ावा और समर्थन देना चाहिए

नई दिल्‍ली :  राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज नई दिल्‍ली में लक्ष्‍मीपत सिंघानिया- आईआईएम लखनऊ नेशनल लीडरशिप पुरस्‍कार 2018 प्रदान किये।


इस अवसर पर राष्‍ट्रपति ने कहा कि स्‍वतंत्रता प्राप्‍ति के बाद से भारत में राष्‍ट्रीय जीवन के विभिन्‍न क्षेत्रों में महत्‍पूर्ण प्रगति की है। अर्थव्‍यवस्‍था से लेकर विज्ञान और प्रोद्योगिकी तक, स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल से लेकर शिक्षा तक, महिला सशस्‍त्रीकरण से लेकर सामाजिक न्‍याय तक हमने महत्‍वपूर्ण प्रगति की है। विश्‍व ने हमारे लोकतांत्रिक संस्‍थाओं, आर्थिक शक्ति, वैज्ञानिक क्षमता, संस्‍कृति और अनेकता के महत्‍व को समझा है। हमारे समक्ष बहुत सी गंभीर चुनौतियां हैं। हमें सामूहिक रूप से इन समस्‍याओं जैसे जलवायु परिवर्तन, समावेशी विकास की जरूरत, उद्यमिता आधारित संस्‍कृति का विकास, प्राकृतिक संसाधनों का किफायती उपयोग एवं समाज के सबसे कमजोर तबकों को न्‍याय सुनिश्चित करना आदि का समाधान ढूंढ़ना चाहिए। ये सामान्‍य चुनौतिया नहीं है, लेकिन हमने अपने मानक उंचे रखने की प्रतिबद्धता दिखाई है। विभिन्‍न क्षेत्रों में सही नेतृत्‍व से हम किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं।राष्‍ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि किसी देश के भविष्‍य के निर्माण के लिए नेतृत्‍व आधारशिला होती है। हमें अपने युवाओं को बढ़ावा और समर्थन देना चाहिए चाहे अपनी आजीविका के लिए उन्‍होंन कोई भी क्षेत्र चुना हो। युवाओं को सामाजिक जीवन में भी बढ़ावा देने की आवश्‍यकता है। यदि हम अच्‍छे नेतृत्‍वकर्ताओं को बढ़ावा देंगे तो यहीं नेतृत्‍वकर्ता भविष्‍य में देश को आगे ले जायेंगे। शिक्षा में ही समस्‍याओं का समाधान ढूंढ़ा जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में आईआईएम लखनऊ जैसे संस्‍थान जैसे महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


राष्‍ट्रपति ने कहा कि शिक्षा के अतिरिक्‍त हम अपने युवाओं को विभिन्‍न क्षेत्रों के अग्रणी व्‍यक्तियों (रोल मॉडल) का उदहारण दे सकते हैं। लक्ष्‍मीपत सिंघानिया- आईआईएम लखनऊ नेशनल लीडरशिप पुरस्‍कार 2018 का उद्देश्‍य भी यही है। आज यह पुरस्‍कार जिन लोगों को दिया गया है उन्‍होंने उत्‍कृष्‍टा के लिए अपने लगन को दिखाया है और ऐसे क्षेत्रों में उन्‍होंने काम किया है, जहां कुछ ही लोग काम करने की इच्‍छा दिखाते हैं। ऐसा करके इन  लोगों ने हमारे जीवन में महत्‍वपूर्ण बदलाव किये हैं।