इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स एंड गिफ्ट फेयर को देश का अग्रणी व्यापारिक शो घोषित किया

नई दिल्ली . (फेस वार्ता )14 जून 2019  ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ आईईआईए  ने 13 से 15 जून 2019 के बीच इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट ग्रेटर नोएडा में आयोजित (आईईआईए )ओपन सेमिनार के 9वें संस्करण में इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स एंड गिफ्ट्स फेयर को देश का अग्रणी व्यापारिक मेला घोषित किया है। आईएचजीएफ के अलावा अब तक देश की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आईआईटीएफए ऑटो एक्सपो आईकॉनिक इंडियन एग्जीबिशन इलैक्रामा इंडिया आईटीएमई इमटेक्स और प्लास्ट इंडिया को ही देश का अग्रणी व्यापार मेला घोषित किया गया है।
आईईआईए  ओपन सेमिनार प्रदर्शनी उद्योग को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से व्यापारिक संबंध बनाने साझेदारी की संभावनाएं खोजने ज्ञान के आदान.प्रदान चिंताओं पर विचार.विमर्श करने और उद्योग के समक्ष मौजूद चुनौतियों का समाधान खोजने का एक मंच है। इस वर्ष के संस्करण में करीब 28 देशों से आए प्रदर्शनी उद्योग के 800 से अधिक पेशेवर हिस्सा ले रहे हैं।
वाणिज्य सचिव डॉ अनूप वधावन इस बार ओपन सेमिनार के उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। इस अवसर पर वाणिज्य सचिव ने पूरे एग्जीबिशन सेक्टर और विशेषकर इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट को हर संभव सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।



 कुमार ने ईपीसीएच की ओर से पुरस्कार ग्रहण करते हुए कहा कि 1986 में स्थापना के समय से ही ईपीसीएच देश के अलग.अलग क्राफ्ट क्लस्टर्स में फैले 70 लाख से अधिक दस्तकारों और हस्तशिल्पियों के द्वारा निर्मित अद्वितीय हस्तशिल्प उत्पादों के प्रामाणिक स्रोत के तौर पर विदेशों में भारत के छवि निर्माण में महती भूमिका निभा रहा है।
 कुमार ने आईएचजीएफ के लिए अग्रणी शो का अवार्ड लेते हुए उस वक्त को भी याद किया जब ईपीसीएच ने इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स एंड गिफ्ट्स फेयर आईएचजीएफ की शुरुआत की थी। इस मेले का पहला संस्करण जनवरी 1994 में नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5500 वर्गमीटर क्षेत्रफल में आयोजित किया गया थाए जिसमें 313 एग्जीबिटर्स शामिल हुए थे। वर्ष 1996 से आईएचजीएफ के द्वार अंतरराष्ट्रीय खरीदारों के लिए खोले गए। समय के साथ इस शो की ख्याति बढ़ती ही चली गई। अब आईएचजीएफ का नामकरण आईएचजीएफ.दिल्ली किया गया है और यह शो नए अंदाज में नई थीम के साथ अधिक बड़ी जगह में और अधिक भव्यता के साथ आयोजित किया जा रहा है। साथ ही इसकी आयोजन अवधि भी बढ़ा दी गई है। आईएचजीएफ के रूप में 1994 में आरम्भ हुआ यह मेला आईएचजीएफ.दिल्ली फेयर ऑटम 2019 के साथ 48वें संस्करण में पहुंच गया है। इस बार यहां एक लाख 90 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 14 उत्पाद श्रेणियों के 2000 से अधिक स्टाइल्स और उत्पाद प्रदर्शित होंगे ण्पूरी दुनिया में आईएचजीएफ.दिल्ली की प्रसिद्धि इतनी फैल चुकी है कि हर संस्करण में 5000 से अधिक विदेशी खरीददार इस मेले में हिस्सा ले रही 3200 से अधिक भारतीय कम्पनियों से अपनी खरीददारी करने के लिए यहां आते हैं।
भारतीय हैंडीक्राफ्ट्स एग्जीबिटर्स की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने आईएचजीएफ.दिल्ली फेयर को एक छत के नीचे होने वाले हैंडीक्राफ्ट एग्जीबिटर्स के विश्व के सबसे बड़े जमावड़े के रूप में मान्यता दी है।
 कुमार ने बताया कि आईएचजीएफ.दिल्ली फेयर समाज के कमजोर तबके से आने वाले कुशल एवं अकुशल दस्तकारों और हस्तशिल्पियों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ.साथ देश के हैंडीक्राफ्ट्स निर्यात को बढ़ाने में अहम भूमिका निर्वाह कर रहा है। ईपीसीएच की स्थापना के समय से ही बीते वर्षों में निर्यात प्रोत्साहन के लिए किए गए प्रयासों से भारत के हैंडीक्राफ्ट्स निर्यात में अच्छी.खासी बढ़ोतरी हुई है। हैंडीक्राफ्ट निर्यात 1986 में 387 करोड़ रुपए से बढ़कर वर्ष 2018-19 में 26,590. 25 करोड़ रुपए ;अनुमानितद्ध तक जा पहुंचा है। नए बाजारों के सामने आने और नए उत्पादों और डिजाइन्स की आपूर्ति होने से निर्यात व्यापार का दायरा और पहुंच भी व्यापक हुई है।
श्री कुमार ने कहा कि आईएचजीएफ को अग्रणी शो श्रेणी में शामिल किए जाने का पूरा श्रेय हैंडीक्राफ्ट्स निर्यातक समूह को जाता हैए जिसने 24 वर्षों से अधिक समय से इंडियन हैंडीक्राफ्ट्स एंड गिफ्ट्स फेयर में अपना विश्वास बरकरार रखा है। उन्होंने दुनिया भर के अंतराष्ट्रीय खरीददारों का भी आभार जताया जो होमए लाइफस्टाइलए टेक्सटाइल्स और फैशन उत्पादों की खरीद के लिए हर साल पहले से भी अधिक संख्या में आईएचजीएफ फेयर में पहुंचते हैं।