रामनारायण गुप्ता को पुलिस की शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुंचना भारी पड़ा

पुलिस की शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुंचना सराय गुलरिहा के रामनारायण गुप्ता को भारी पड़ा। जनता दरबार में मौजूद बच्चियों ने अपनी पीड़ा सीएम को बताई तो उन्होंने आरोपित रामनारायण को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दे दिया।  सराय गुलरिहा गांव के एक शख्स ने छह साल पहले खुदकुशी कर ली थी। उसकी दो बच्चियां हैं जिनकी उम्र इस समय 13 और आठ साल है।



खुदकुशी के बाद ही उसकी पत्नी प्रदीप थापा नामक के युवक के साथ चली गई। तब से बच्चियां पैतृक मकान में रहती हैं। ग्राम प्रधान व दूसरे ग्रामीणों की मदद से जीवनयापन कर रही हैं। इसी बीच मां ने प्रदीप के साथ मिलकर गांव के ही रामनारायण गुप्ता को सस्ते में मकान बेचने का सौदा कर लिया। एक महीने पहले प्रदीप और बच्चियों की मां कुछ अन्य लोग के साथ घर पर कब्जा करने पहुंच गए। इस दौरान सौतेले पिता ने बच्चियों से छेड़खानी की। इसकी जानकारी ग्राम प्रधान ने इंस्पेक्टर को दे दी थी। शिकायत के आधार पर ही गुलरिहा के इंस्पेक्टर ने प्रदीप थापा व उसकी पत्नी बच्चियों की मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बच्चियों से छेड़खानी पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज हुआ था। इस मामले में रामनारायण गुप्ता को भी छेड़खानी का आरोपित बनाया गया था। कहा गया था कि वह मकान बेचने की साजिश में भी शामिल था।
तेरह और आठ साल की बच्चियों से छेड़खानी व उनके घर पर कब्जा करने की नीयत से पुलिस की शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुंचना सराय गुलरिहा के रामनारायण गुप्ता को भारी पड़ा। जनता दरबार में मौजूद बच्चियों ने अपनी पीड़ा सीएम को बताई तो उन्होंने आरोपित रामनारायण को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दे दिया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रामनारायण गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। अब आरोपित से गुलरिहा पुलिस पूछताछ कर रही है। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में इस तरह की कार्रवाई पहली बार हुई है।सराय गुलरिहा के रामनारायण गुप्ता बुधवार को गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुंचे। मुख्यमंत्री पास आए तो रामनारायण ने कैंट और गुलरिहा पुलिस पर ज्यादती का आरोप लगाया। कहा कि एक मकान खरीदा है लेकिन पुलिस कब्जा नहीं दिला रही। इस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अफसरों से जवाब-तलब किया। जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता ने मामले की जानकारी ली और मुख्यमंत्री से कहा कि शिकायत सही नहीं है।मुख्यमंत्री जैसे ही अगले फरियादी की ओर बढ़े वैसे ही दो बच्चियां रोने लगीं। बोलीं पिता की मौत के बाद मां ने घर छोड़ दिया। पैतृक आवास में रहकर गुजर-बसर कर रहे हैं। कुछ दिन पहले सौतेले पिता और उसके सहयोगी ने छेड़खानी की फिर कब्जे की नीयत से मकान बेचने का सौदा कर लिया। मुख्यमंत्री ने पूछा किसने सौदा किया तो बच्चियों ने जनता दरबार में आए रामनारायण गुप्ता की तरफ इशारा कर दिया। साथ ही कहा कि आरोपित ने छेड़खानी भी की थी इसका मुकदमा दर्ज है। यह सुनकर मुख्यमंत्री का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।