सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय दिव्यांग वित्त विकास निगम (एनएचएफडीसी) द्वारा स्टेट एम्पोरिया कॉम्प्लेक्स, बाबा खड़क सिंह मार्ग, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली-1 में एक सप्ताह तक चलने वाले प्रदर्शनी-सह-मेला - “एकम फेस्ट” में 17 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लगभग 82 दिव्यांग कारीगर और उद्यमी अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं। इनमें 44 पुरुष और 38 महिला दिव्यांग कारीगर और उद्यमी शामिल हैं। ‘एकम फेस्ट’ 2 मार्च से 9 मार्च, 2020 तक 11 बजे सुबह से 9 बजे रात तक लोगों के लिए खुला रहता है। इसमें दिव्यांग कलाकारों और प्रसिद्ध पेशेवरों द्वारा प्रदर्शन सहित कई महत्वपूर्ण सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जा रही हैं। दिव्यांग पेशेवरों द्वारा ज्योतिषीय परामर्श और पैर की मालिश इस आयोजन के अन्य आकर्षण हैं।‘एकम फेस्ट’ में जम्मू-कश्मीर से पुदुचेरी और नगालैंड से गुजरात तक, देश भर के दिव्यांग उद्यमियों और कारीगरों को आमंत्रित किया गया है। फेस्ट में जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के उत्पादों, हस्तकला, हथकरघा, कढ़ाई के काम और ड्राई फ्रूट्स के उत्पादों के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है। मेले के दौरान 17 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के लगभग 82 दिव्यांग उद्यमी/कारीगर तथा संगठन अपने सुंदर उत्पादों, सेवाओं और कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। ‘एकम फेस्ट’ स्टॉल में कई श्रेणियों में होम डेकोर और लाइफस्टाइल, कपड़ा; स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों; पैक खाद्य और जैविक उत्पाद; खिलौने और उपहार; और पर्सनल ऐक्सेसरी -जवेलरी, क्लच बैग्स आदि जैसे व्यापक उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन जयराम गडकरी और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास तथा कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी की उपस्थिति में कल शाम फेस्ट का उद्घाटन किया गया। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर और श्री रतन लाल कटारिया भी उपस्थित थे। राष्ट्रीय दिव्यांगजन वित्त विकास निगम (एनएचएफडीसी) दिव्यांगजनों को उनके आर्थिक पुनर्वास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है और उन्हें अपने उद्यमों को विकसित करने और बनाए रखने के लिए कौशल विकास के अनेक कार्यक्रमों का संचालन करता है। समाज के दिव्यांग और हाशिए वाले समूहों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए इस साल एक कदम आगे बढ़कर एनएचएफडीसी फाउंडेशन की स्थापना की। असंगठित छोटे दिव्यांग उद्यमियों के बाजार से नगण्य जुड़ाव के कारण उचित मूल्य और मात्रा में बिक्री में बाधा की ओर ध्यान देते हुए, एनएचएफडीसी फाउंडेशन इन निर्धारित उद्यमियों के उत्पादों के विपणन के लिए एक ब्रांड और प्लेटफॉर्म के विकास के लिए प्रयास कर रहा है।