दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में सोमवार को सीएए समर्थक और विरोधी गुटों में हुए हिंसक टकराव में हेड कॉन्स्टेबल और तीन आम नागरिक की मौत के बाद गृह मंत्रालय में देर शाम सचिव स्तर की बैठक हुई जिसमें दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई। इस बैठक के बाद गृह राज्यमंत्री किशन रेड्डी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली में हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी। खुद गृह मंत्री अमित शाह अब हालात की निगरानी कर रहे हैं।
कई सुरक्षाकर्मियों समेत कम से कम 50 लोग झड़प में घायल हुए हैं। शाहदरा के पुलिस उपायुक्त डीसीपी अमित शर्मा और एसीपी ;गोकलपुरी अनुज कुमार समेत कम से कम 11 पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को काबू करने के दौरान घायल हो गए। सीआरपीएफ के दो कर्मी भी इस दौरान घायल हो गए। हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मकानों दुकानों वाहनों और एक पेट्रोल पंप में आग लगा दी और पथराव किया।
गृह राज्यमंत्री रेड्डी ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को दिल्ली के सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ खुफिया टीमों को अलर्ट मोड में रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने राजधानी में हो रही हिंसक घटनाओं पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जानबूझकर लोगों को उकसाने की कोशिश हो रही है। लोकतांत्रिक तरीके से लोगों को अपनी भावनाओं को जाहिर करना चाहिए। विरोध के नाम पर पत्थरबाजी आगजनी और पुलिसवाले की हत्या करना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। सरकार उसको बर्दाश्त नहीं करेगी।
गृह मंत्रालय में देर शाम सचिव स्तर की बैठक