15वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की बैठक कल होगी

15वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की बैठक कल नई दिल्ली में होगी। यह वित्त आयोग द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए अपनी रिपोर्ट पेश करने के बाद सलाहकार परिषद की पहली बैठक होगी। वित्त आयोग के अध्यक्ष एन.के. सिंह इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस बैठक में वित्त आयोग के सदस्य .एन. झा, डॉ. अशोक लाहिड़ी, डॉ. रमेश चंद एवं अनूप सिंह और सचिव अरविंद मेहता भी भाग लेंगे। सलाहकार परिषद के जिन सदस्यों ने इस बैठक में भाग लेने पर अपनी सहमति जता दी है, उनमें डॉ. गोविंदा राव, डॉ. इंद्रा राजारमण, डॉ. सुरजीत एस. भल्ला, डॉ. अरविंद विरमानी, डॉ. प्राची मिश्रा, श्री सुदिप्तो मुंडले और श्री कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम शामिल हैं।कल की बैठक के लिए विशेष आमंत्रित हस्तियों में डॉ. पी.के. मिश्रा, डॉ. शंकर आचार्य, डॉ. अजित मिश्रा, अनंत नागेश्वरन, अजय भूषण पांडेय, अमिताभ कांत, अतानु चक्रबर्ती, डॉ. बिबेक देबराय, श्री टी.एन. निनान, स्वामीनाथन अय्यर, डॉ. मनोज पांडा और डॉ. अभिजीत सेन शामिल हैं।


वर्ष 2020-21 के लिए 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट राष्ट्रपति को पेश करने के बाद केन्द्र सरकार ने उसमें उल्लिखित सिफारिशों को व्यापक रूप से लागू किया है और संसद में कार्रवाई रिपोर्ट पेश कर दी है। वित्त आयोग के अधिदेश के अनुसार, आयोग 2020-21 से लेकर 2025-26 तक के पांच वर्षों की अवधि के लिए सिफारिशों को तैयार करने से संबंधित कार्य को निरंतर आगे बढ़ा रहा है।इस संदर्भ में वित्त आयोग को जो जिम्मेदारी दी गई है, उसके तहत विशेषकर उभरती आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए आगामी पांच वर्षों के भावी परिदृश्य पर गंभीरतापूर्वक गौर करने की आवश्यकता है। इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए ही वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की अगली बैठक आयोजित की जा रही है।


इस बैठक में विचार-विमर्श के दौरान विशेषकर निम्नलिखित तीन मुद्दों पर गौर किए जाने की संभावना हैः


i.वर्ष 2020-21 के लिए 15वें वित्त आयोग की रिपोर्ट, जिसमें संसाधनों (टैक्स) के अंतरण से संबंधित फॉर्मूले पर प्राप्त जानकारियां (फीडबैक) भी शामिल हैं।


ii. 2020-21 से लेकर 2025-26 तक की अवधि के लिए सांकेतिक जीडीपी वृद्धि दर का परिदृश्य


iii. उपर्युक्त अवधि हेतु वित्त आयोग के लिए प्रासंगिक माने जाने वाले कर उछाल सहित वृहद-अर्थव्यवस्था से जुड़े अन्य पैमाने