आर.के. सिंह ‘राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार’ और ‘राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार’ प्रदान करेंगे

 नई दिल्‍ली:- विद्युत मंत्रालय के अधीनस्‍थ ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो (बीईई) द्वारा हर साल 14 दिसंबर को 'राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस' का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्‍य ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण में भारत की उपलब्धि‍यों को दर्शाना और जलवायु परिवर्तन में कमी की दिशा में राष्‍ट्र के सर्वांगीण प्रयासों के तहत समग्र विकास की अपनी महत्‍वाकांक्षा के लिए अथक कोशिश करना है। ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण के महत्‍व के बारे में आम जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो 9 से 14 दिसम्‍बर, 2019 तक 'राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण सप्‍ताह' मना रहा है।  


विद्युत,  नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री आर. के. सिंह 14 दिसम्‍बर, 2019 को नई दिल्‍ली स्थित विज्ञान भवन में मनाये जाने वाले राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह में मुख्‍य अतिथि होंगे। इस अवसर पर औद्योगिक इकाइयों (यूनिट) और अन्‍य प्रतिष्‍ठानों के लिए पुरस्‍कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्‍य उन संगठनों के प्रयासों की सराहना करना है, जिन्‍होंने ऊर्जा के दक्ष उपयोग एवं संरक्षण को बाकायदा हासिल कर लिया है।


विजेताओं को पुरस्‍कार प्रदान करने के अलावा ऊर्जा संरक्षण दिवस पर मंत्रालय द्वारा कुछ नई पहलों का भी शुभारंभ किया जा सकता है। ऊर्जा दक्षता एवं ऊर्जा संरक्षण के प्रति स्‍कूली बच्‍चों को संवेदनशील बनाने के उद्देश्‍य को ध्‍यान में रखते हुए विद्युत मंत्रालय ने समूह 'ए' के तहत चौथी से लेकर छठी कक्षा तक और समूह 'बी' के तहत सातवीं से नौंवी कक्षा तक के लिए राष्‍ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की। इस चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को भी मंत्री द्वारा पुरस्‍कार प्रदान किए जायेंगे।ऊर्जा दक्षता से जुड़े अभिनव प्रयासों पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इस दौरान भारत की ऊर्जा संबंधी व्‍यापक रूपरेखा (प्रोफाइल), राष्‍ट्रीय ऊर्जा दक्षता के प्रति सतत एवं समग्र अवधारणा की रूपरेखा, कम ऊर्जा की खपत करने वाले भवनों की टिकाऊ धरोहर, कम ऊर्जा की खपत करने वाले उपकरणों और मांग पक्ष के प्रबंधन के जरिये ऊर्जा दक्षता को दर्शाया जाएगा, जिससे एमएसएमई (सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम) सेक्‍टर को ऊर्जा दक्षता के जरिये और सक्षम बनाया जा सकेगा तथा इसके साथ ही ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ जाएगी।


इस वर्ष के राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस से पहले बीईई ने 9 से 14 दिसम्‍बर, 2019 तक के सप्‍ताह के दौरान अनेक कार्यक्रम आयोजित किए, जिनका उल्‍लेख नीचे किया गया है:


 









































क्र.सं.



तिथि



आयोजन



1



9   दिसम्‍बर



एसडीए, दिल्‍ली के सहयोग से ईएससीओ, वित्‍तीय संस्‍थानों और उद्योगों के लिए आपस में संवादात्‍मक कार्यशाला।



2



10 दिसम्‍बर



टेरी के सहयोग से एसएमई के लिए ऊर्जा संरक्षण दिशा-निर्देशों पर राष्‍ट्रीय कार्यशाला।



3



11 दिसम्‍बर



जीआईजेड के सहयोग से राष्ट्रीय ईंट मिशन के विकास संबंधी रणनीतिक दस्‍तावेज पर कार्यशाला।   



4



12 दिसम्‍बर



एनटीपीसी और पीजीसीआईएल के सहयोग से स्‍कूली बच्‍चों के लिए राष्‍ट्रीय स्‍तर की चित्रकला प्रतियोगिता।



5



12  एवं  13 दिसम्‍बर



आईईए के सहयोग से स्‍वच्‍छ ऊर्जा मंत्रिस्‍तरीय (सीईएम) की अत्‍यंत-दक्ष उपकरण एवं उपस्‍कर तैनाती (सीड) पहलों के छत्र के तहत अंतर्राष्‍ट्रीय  कूलिंग कार्यशाला। 



6



14 दिसम्‍बर



मुख्‍य कार्यक्रम विज्ञान भवन में 14 दिसम्‍बर, 2019 को आयोजित किया जाएगा, जिसमें लगभग 1500 प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। मुख्‍य कार्यक्रम में पुरस्‍कार विजेताओं के अलावा राष्‍ट्रीय स्‍तर की चित्रकला प्रतियोगिता 2019 के विजेताओं अर्थात चौथी कक्षा से लेकर नौवीं कक्षा तक के स्‍कूली बच्‍चों को भी पुरस्‍कार प्रदान किए जायेंगे।   



पृष्‍ठभूमि


राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्‍कार कार्यक्रम के तहत उद्योग के अंतर्गत आने वाले 56 उप-क्षेत्रों (सब-सेक्‍टर), प्रतिष्‍ठानों एवं संस्‍थानों जैसे कि ताप विद्युत केन्‍द्रों, कार्यालयों एवं बीपीओ भवनों, होटलों, अस्‍पतालों, शॉपिंग मॉल, जोनल रेलवे, रेलवे से जुड़ी कार्यशालाओं एवं स्‍टेशनों, नगरपालिकाओं, राज्‍यों द्वारा नामित एजेंसियों एवं बीईई के स्‍टार लेबल वाले उपकरणों/उपस्‍करों के निर्माताओं और विद्युत वितरण कम्‍पनियों की ऊर्जा दक्षता से जुड़ी उपलब्धियों को सराहने के अलावा उन्‍हें बाकायदा मान्‍यता दी जाती है।


ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो (बीईई) राष्‍ट्रीय संरक्षण दिवस पर अपनी जागरूकता आउटरीच के तहत ऊर्जा खपत में उल्‍लेखनीय कमी के लिए उद्योगों एवं अन्‍य प्रतिष्‍ठानों द्वारा किए गए ठोस प्रयासों की सराहना करने के साथ-साथ उन्‍हें प्रोत्‍साहित भी करता है। इसके तहत उन्हें राष्‍ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्‍कार प्रदान किए जाते हैं। बीईई इसके अलावा ऊर्जा संरक्षण पर आयोजित राष्‍ट्रीय चित्रकला (पेंटिंग) प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्‍कार प्रदान करता है।ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो के जरिये विद्यत मंत्रालय विभिन्‍न नीतियां एवं योजनाएं कार्यान्‍वित कर रहा है, जिनमें पीएटी स्‍कीम, मानक एवं लेबलिंग, ऊर्जा संरक्षण भवन संहिता एवं मांग पक्ष का प्रबंधन भी शामिल हैं। ये कार्यक्रम ऊर्जा की उल्‍लेखनीय बचत करने के साथ-साथ पूरे समाज में ऊर्जा के दक्ष उपयोग को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित हो रहे हैं।इसके अलावा ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को और भी अधिक प्रभावकारी ढंग से कार्यान्वित करने के लिए उद्योगों के विभिन्‍न सेक्‍टरों और राज्‍यों के अन्‍दर ऊर्जा संरक्षण दिशा-निर्देशों और राज्‍य ऊर्जा दक्षता तैयारी सूचकांक के विकास की भी सराहना की जाती है। रिहायशी क्षेत्र के लिए ऊर्जा संरक्षण भवन संहिताएं भी विकसित की जा रही हैं, ताकि देश में ऊर्जा की बढ़ती मांग में कमी की जा सके।विकास लक्ष्‍यों की प्राप्ति के लिए भारत की ऊर्जा मांग के वर्ष 2013 और वर्ष 2030 के बीच दोगुनी होकर लगभग 1500 मिलियन टन तेल के समतुल्‍य हो जाने की संभावना है। ऊर्जा दक्षता ब्‍यूरो का मिशन ऐसी नीतियां एवं रणनीतियां विकसित करने में सहायता प्रदान करना है, जिनसे इस व्‍यापक ऊर्जा मांग में कमी करने में मदद मिलेगी। यह ऊर्जा दक्षता उपायों को बड़े पैमाने पर अपनाने के लिए आवश्‍यक प्रोत्‍साहन देने से संभव हो पायेगा।