मेरे अंदर इतनी हिम्मत तो है कि मैं लोगों से बात कर सकूं उन्हें बता सकूं - स्वेता तिवारी

मुंबई श्वेता तिवारी ने पहली बार २००६ में अपने साथ हो रहे घरेलू हिंसा का ज़िक्र मीडिया के सामने किया उस समय तक वो अपनी बेटी पलक को अकेले ही पाल रही थीं, उन्होंने राजा से अलग होने का फ़ैसला किया 2007 में वो अपनी बेटी को लेकर राजा से अलग हो गईं अलग होने के एक साल बाद उन्होंने तलाक के लिया कहना चाहती हूं कि ऐसा क्यों नहीं हो सकता कम से कम मेरे अंदर इतनी हिम्मत तो है कि मैं उसके बारे में लोगों से बात कर सकूं उन्हें बता सकूं कि मेरे साथ क्या.क्या हुआ अपनी दिक्कतों के बारे में बात कर सकूं इतनी हिम्मत है मुझमें मैं आज जिन चीजों से गुजर रही हूं वो मेरी मेरे परिवार और बच्चों की भलाई के लिए हैं ऐसे कई लोग मौजूद हैं जो शादीशुदा होते हुए गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड रखते हैं मुझे लगता है कि मैं उन लोगों से तो बेहतर ही हूं मेरे अंदर इतनी हिम्मत तो है कि आगे आकर कह सकूं कि मुझे तुम्हारे साथ नहीं रहना है ये सब मैंने बिना ये सोचे किया कि लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे मुझे जज करेंगे या मेरे बारे में क्या लिखेंगे और छापेंगे जो औरतें अपनी शादीशुदा जिंदगी में हो रही दिक्कतों को लेकर बात करने में झिझकती हैं अभिनव और श्वेता ने 2013 में शादी की थी 2016 में उनका एक बेटा पैदा हुआ था रेयांश इसी साल अगस्त में श्वेता ने पति अभिनव कोहली के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थीण् खबरें आई थीं कि अभिनव ने उनकी बेटी पलक को मारा और गलत तरीके से छुआ थाण् लेकिन पलक तिवारी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर इन सभी खबरों को खारिज कर दिया थाण् उन्होंने कहा था कि उनकी मां और अभिनव कोहली के बीच हालात ठीक नहीं हैंण् अभिनव कोहली ही मां ने एक इंटरव्यू में बताया था कि श्वेता तिवारी तलाक लेना चाहती हैंण्


ये दूसरी बार है जब श्वेता घरेलू हिंसा की वजह से ख़बरों में हैं जब श्वेता 19 साल की थीं तो उन्होंने राजा चौधरी से शादी की राजा भी टेलीविज़न एक्टर थे 2000 में उनकी बेटी हुई पलक कुछ सालों बाद दोनों के बीच रिश्ते ख़राब होने लगे राजा श्वेता के साथ गाली-गलौज करते श्वेता ने ये सब सहा लेकिन राजा ने सुधरने का नाम नहीं लिया उल्टा श्वेता पर हाथ उठाना शुरू कर दिया