कुछ बात है कि हस्ती मिटती नही हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-जमां हमारा -विधायक धीरेन्द्र सिंह

 गौतमबुद्धनगर(भारत भूषण ) -जेवर  विधायक धीरेन्द्र सिंह के कैंप कार्यालय पर रामजन्मभूमि पर आने वाले फैसले को लेकर आयोजित एक सदभाव गोष्ठी में भारी संख्या में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहे। इस सदभाव गोष्ठी में क्षेत्र के अल्पसंख्यकों ने बडी संख्या में शिरकत की, जिसमें हाफिज, कारी, मौलवी एंव मुफ्ती के अलावा राष्ट्रीय स्वंय सेवा संघ सहित सभी धर्मों के लोग शामिल हुये।



 इस सदभाव गोष्ठी में जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने उपस्थित सभी धर्मों के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ''गंगा जमुनी तहजीब को कायम रखने के लिए, हमें मुल्क की मजबूती के लिए, साथ कदम बढाने होंगे तथा राम मंदिर पर आने वाले मा0 सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सभी को खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। फैसला चाहे जो भी हो, सौहार्द बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। मा0 सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को किसी भी धर्म के लोग अपनी जीत व अपनी हार न समझें।''

           इस मौके पर हाजी डा0 राशिद मंजूर ने जय हिंद के नारे के उदघोष से उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ''एक राष्ट्र, एक झंडा और एक संविधान में हमारी आस्था है, इसलिए हम सभी को मा0 सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को स्वीकार करना चाहिए।''
           इस मौके पर मुफ्ती आलमगीर व चेयरमैन बिलासपुर श्री शाबिर खांन ने भी सदभाव गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सभी को सब्र और संयम से मा0 सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वीकार करने की अपील की।
            सदभाव गोष्ठी में मंच पर जिला संघ चालक श्री रणवीर सिंह, विनय जी के अलावा मुफ्ती आलमगीर, अशद खांन, बिलासपुर चैयरमैन श्री शाबिर कुरैशी, दनकौर के नूर मौहम्मद, हाजी शकील मंडपा व अल्पसंख्यक कल्याण एंव वक्फ बोर्ड की डिप्टी डायरेक्टर श्रीमति अमृता सिंह मौजूद रहीं।
             इस सदभाव गोष्ठी में विधानसभा जेवर की नगर पंचायत, जेवर, रबूपुरा, जहांगीरपुर,दनकौर, बिलासपुर व ग्रेटर नोएडा तथा खेडा मौहम्मदाबाद, भाईपुर, मेंहदीपुर, रूस्तमपुर, रौनीजा, लतीफपुर, अनवरगढ, कादलपुर, खेरली भाव, फलैदा, करौली, मिर्जापुर, निलौनी, रामपुर, अछेजा बुजुर्ग, उस्मानपुर, अटटा फतेहपुर, गुनपुरा, अटटा गूजरान, पारसौल, भटटा, आछेपुर, चांदपुर, पचोकरा, घरबरा, लडपुरा, सलेमपुर गुर्गुजर, भुन्ना तगा, मकसूदपुर, आकलपुर, म्याना, कलूपुरा, चैनचाना, बीरमपुर, चकवीरमपुर, रोही, थोरा, हाजीपुर, दूगली, महमदपुर, तिरथली, नगला हुकम सिंह, नगला भटौना, दयानतपुर आदि कई गांवों के लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।