इंडिया एक्सपो के 13वें एडिशन से होगी ग्लोबल फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में बदलाव की शुरुआत |

दिल्ली - यूबीएम इंडिया के नाम से मशहूर इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फार्मा कार्यक्रम इंडिया एक्सपो के 13वें एडिशन का पर्दा उठाया। 26 नवंबर से28 नवंबर 2019 के दौरान इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में किया जाएगा। इनफॉर्मा मार्केट्स की पहचान बन चुके इस कार्यक्रम में 44 देशों के 1ए600 प्रदर्शकों के साथ.साथ पूरी दुनिया में इस उद्योग जगत के नेतृत्वकर्ता शामिल हुए। इस सम्मेलन में पूरी दुनिया में फार्मास्यूटिकल जगत में हुई नवीनतम प्रगति को दर्शाया गया। फार्मेक्सिल और जैसे फार्मास्यूटिकल शासी निकायों ने इस एक्सपो का समर्थन करते हुए इसे अभी तक का सबसे बड़ा एवं सर्वाधिक सफल कार्यक्रम बनाया।
इस एक्सपो का उद्घाटन डॉ. दिनेश दुआ अध्यक्ष फार्मेक्सिल महेंद्र मेहता अध्यक्ष इंडियन फार्मास्यूटिकल मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन समीर लिमये उपाध्यक्ष रवि उदय भास्कर महानिदेशकफार्मेक्सिल डॉ सतीश वाघ सुप्रिया लाइफसाइंसेसय  माइकल एग्जीक्यूटिव वीपी इनफॉर्मा मार्केट्स इन एशिया योगेश मुद्रास मैनेजिंग डायरेक्टर इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडियाय और  राहुल देशपांडे ग्रुप डायरेक्टर, इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने किया तथा इस अवसर पर दुनिया भर से उद्योग जगत के विशेषज्ञ उपस्थित थे।इस साल के  इंडिया एक्सपो के बारे में बताते हुए योगेश मुद्रास मैनेजिंग डायरेक्टर इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने कहा इंडिया एक्सपो के अब तक 13 एडिशन आयोजित हो चुके हैं जिसने फार्मा जगत को तरक़्की की राह दिखाई है। इस उद्योग जगत के नेतृत्वकर्ताओं को पूरी दुनिया को अपने योगदान से अवगत कराने के साथ.साथ अपने समकक्ष के योगदान से अवगत होने के लिए मंच प्रदान करनाए हमारे लिए हमेशा बड़ी ख़ुशी की बात रही है।



इंडिया एक्सपो भी हमारे सर्वप्रमुख कार्यक्रम इंडिया फार्मा वीक का एक मूलभूत अंग है जहां फार्मा उद्योग जगत की अलग.अलग तरह की महत्वपूर्ण घटनाओं का जश्न मनाया जाता है और कल ही प्री.कनेक्ट कांग्रेस के साथ इसके चौथे एडिशन की शुरुआत हुई।  हमेशा ट्रेंड के प्रति संवेदनशील और ईमानदार रहा है तथाअनुकूलन सहयोग और पुन आविष्कार इस साल का थीम है जिसका उद्देश्य भारतीय फार्मा डोमेन के लिए विकास के अगले चरण को हासिल करना है। नाकामयाबी से बचने के लिए नाकामयाबी को गले लगाना जरूरी है और ऐसा करने के लिए अन्य कारकों के साथ.साथ भारतीय कंपनियों को न्यूनतम मूल्य.निर्धारण के दृष्टिकोण से विकसित होने अपने प्रोडक्ट रेंज में विविधता लाने तथा क्लिनिकल ट्रायल मार्केट महंगी दवाइयों  ग्रामीण बाजार में प्रवेश और कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च एंड मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज के माध्यम से विकास की संभावनाओं का भरपूर लाभ उठाने की आवश्यकता है। इन सभी बातों पर इस महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित शो में विस्तार से चर्चा की जाएगी।इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित कार्यक्रमों में आने वाले उद्योग जगत के हितधारकों और पेशेवरों को एक ही मंच के तहत बेहद शानदार शो में भाग लेने नेटवर्क बनाने तथा उद्योग जगत की सफलता का जश्न मनाने की स्वतंत्रता है। उत्तर भारतीय क्षेत्र में फार्मा पारिस्थितिकी तंत्र के पूरी तरह विकास में दिल्ली.एनसीआर क्षेत्र में स्थानान्तरण एक प्रमुख कारक रहा है साथ ही इसमें केंद्र में सत्ता की मौजूदगी भी शामिल है।
 इंडिया एक्सपो में भाग लेने वाले प्रमुख प्रदर्शकों में एक्सीलेंस यूनाइटेड अरबिंदो फार्मा नेक्टर लाइफसाइंसेस होआंग.ए कॉर्पोरेशन सुप्रिया लाइफसाइंसेस। ग्रुप ऑप्टेल ग्रुप बॉश बोमन एंड आर्चर सोलेस इंजीनियर्स मोरपेन लेबोरेटरीज हेटेरो लैब्स नियोजेन केमिकल्स एकुम्स ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल्स ग्रैन्यूलस इंडिया ऐसब्राइट फार्मा ज़िम लेबोरेटरीज़ नितिका फ़ार्मास्युटिकल्स स्पेशलिटीज़ स्कोप इंग्रीडिएंट्स इवोनिक इंडिया कलरकॉन एशिया पियोमा केमिकल्स इंडिया एक्यूपैक इंजीनियरिंग फार्मालैब इंडिया ऐस टेक्नोलॉजीज गेरेसहाइमर यूफ्लेक्स निप्रो फार्मा पैकेजिंग और इंडो जर्मन फार्मा इंजीनियर्स के अलावा कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं।