छह दिवसिय ''11वा इंद्रधनुष दिल्ली 2019 कला महोत्सव में एक ही मंच पर देश भर के 14 राज्यों के 1000 से अधिक कला एवं नृत्य जगत के तीन पिढ़ी -गुरू, युवा एवं बाल कलाकार कला व नृत्य के 18 विधाओं के 100 घंटों के प्रस्तुति से लोगों का जीत रहे हैं दिल
नई दिल्ली(फेस वार्ता) 7 नवम्बर 2019। कला को बढ़ावा देने के काम में सक्रिय संस्था - सोसायटी फॉर अपलिफ्टमेंट्स ऑफ द नेशनल आर्ट्स ऑफ इंडिया (सुनयना) द्वारा संस्कृति मंत्रालय, दिल्ली सरकार एवं पंजाब नेषनल बैंक के सहयोग से ओर से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 7 नवंबर से 12 नवंबर 2019 तक कला एवं नृत्य के छः दिन के कला महोत्सव ''11वें इंद्रधनुष दिल्ली'' का रंगारंग शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का रंगारंग आगाज दिल्ली स्थित मुक्तधारा ऑडिटोरियम में पारंपरिक तरीकों से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। सुनयना के संस्थापक प्रेसिडेंट गुरू कनक सुधाकर ने बताया कि छह दिवसिय ''11वां इंद्रधनुष दिल्ली 2019 कला महोत्सव में एक ही मंच पर दिल्ली के विभिन्न जगहों पर देश भर के 14 राज्यों के 1000 से अधिक कला एवं नृत्य जगत के तीन पिढ़ी -गुरू, युवा एवं बाल कलाकार कला व नृत्य के 18 विधाओं के 100 घंटों के प्रस्तुति से इन छह दिनों में लोगों का दिल जीतेंगे।
''11वें इंद्रधनुष दिल्ली 2019'' कला महोत्सव का शुभारंभ आज मुक्तधारा आडिटोरियम में सुनयना व साहित्य कला परिषद के द्वारा आयोजित फेसेट्स ऑफ आर्ट नामक सेमिनार के साथ किया गया तथा सेमिनार के बाद इंद्रधनुष दिल्ली कला उत्सव के नृत्यरचना में गीता चंद्रन एवं अन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से मन मोह लिया। सेमिनार में कनक सुधाकर, राहुल देव प्रसाद, किशोर, सुबोध पांडेय और श्रुति कृष्णण शामिल हुई। वहीं आज दो गुरु सम्मान भी दिया गया। कथक के लिए श्रीमति गीतांजलि लाल को और श्री संतोष नायर को छाऊ और कनटेंपररी के लिए गुरु सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम के तीसरे चरण में नृत्यरचना में पद्मश्री गीता चंद्रण द्वारा भरतनाट्यम, अभिमन्यु लाल और विधा लाल द्वारा कथक और नृत्यभारती ग्रुप द्वारा भरतनाट्यम की मनमोहक प्रस्तुति ने 11वें इंद्रधनुष दिल्ली 2019 के पहले दिन को यादगार बना दिया।11वें इंद्रधनुष दिल्ली'' कला महोत्सव जिसका आयोजन 7 से 12 नवंबर के दौरान दिल्ली के विभिन्न प्रमुख जगहों गोल मार्केट के मुक्तधारा आडिटोरियम, आर के पुरम के सबरी मंडप, लोधी कालोनी के लोक कला मंच, दिल्ली तमिल संगम में किया जा रहा है । देश भर के युवा कलाकारों को एक मंच पर लाने वाले देश के सबसे बड़े इस कला उत्सव में देश भर से आये 18 से 35 वर्ष के जानेमाने युवा कलाकार अपने कला का हुनर दिखायेंगे। 11वें इंद्रधनुष दिल्ली 2019 के क्युरेटर जानी मानी नृत्यांगना अपराजिता शर्मा के निर्देषन में आयोजित इस छः दिवसिय उत्सव में अभिमन्यु लाल, विधा लाल, अभिनय नागाजोथी, अल्पना नायक, रतीश बाबु, संध्या मनोज आदि अपनी प्रस्तुति से मन मोहेंगे।
इस महोत्सव का विशेष आकर्षण कला एवं नृत्य जगत के तीन पीढ़ियों का कला उत्सव है। गुरू सम्मान, नृत्य रचना, पारसमणि, बाल कला उत्सव एवं कला ध्वनि के द्वारा 11वें इंद्रधनुष दिल्ली'' में तीन पीढ़ियां अपनी कला का जलवा बिखेरेंगे। नृत्य रचना, पारसमणि एवं कला ध्वनि में जहां जाने माने नृत्य गुरू एवं युवा कलाकार अपनी कला का हुनर दिखायेंगे वहीं इन्द्रधनुष दिल्ली के तत्वाधान में बाल कला उत्सव बच्चों के लिये आयोजित उत्सव हैं। इस बाल कला उत्सव के लिये पूरे देश के प्रतिभाशाली करीब 700 बच्चों को आमंत्रित किया गया है जिनमें लगभग 25 दिब्यांग बच्चे भी भाग लेंगे। बच्चों को विभिन्न प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं और सेमिनारों में भाग लेने का मौका मिलेगा। इस महोत्सव के दौरान कत्थक, भरतनाट्यम, मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, लोक नृत्य, सेमी क्लासिकल, बॉलीवुड, हिन्दुस्तानी गायन, कर्नाटक गायन, हल्के-फुल्के फिल्मी गायन, शास्त्रीय वाद्य यंत्र, वन एक्ट ड्रामा, मोनो एक्ट ड्रामा, पेंटिंग और रंगोली में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।सुनयना के संस्थापक अध्यक्ष गुरु कनक सुधाकर ने बताया कि ''11वें इन्द्रधनुष दिल्ली महोत्सव का आयोजन वैसे समय में किया जा रहा है जब सुनयना की 25 वीं वर्षगाठ भी मनायी जा रही है। हम बच्चों, युवकों एवं गुरूओं के उत्सवों को एक साथ मिलाकर एक भव्य उत्सव 'इंद्रधनुष दिल्ली 2019 - कला महोत्सव' का आयोजन कर रहे हैं। इस बार का उत्सव पिछले उत्सवों से कुछ अलग होगा क्योंकि इसमें विकलांग बच्चों की अलग-अलग प्रतिभाओं को भी शामिल किया जा रहा है और उनके भारतीय नृत्य, संगीत और कला की प्रतिभा को प्रदर्शित भी किया जाएगा।