दिल्ली बाल कला उत्सव के तीसरे दिन बाल और युवा कलाकारों ने अपनी अपनी प्रदर्शन से दर्शकों का मन मोहानई दिल्ली, 11 नवम्बर 2019 । कला को बढ़ावा देने के काम में सक्रिय संस्था - सोसायटी फॉर अपलिफ्टमेंट्स ऑफ द नेशनल आर्ट्स ऑफ इंडिया (सुनयना) द्वारा संस्कृति मंत्रालय, दिल्ली सरकार एवं पंजाब नेषनल बैंक के सहयोग से दल्ली में 12 नवंबर 2019 तक चलने वाले कला एवं नृत्य के छः दिवसिय कला महोत्सव ''11वें इंद्रधनुष दिल्ली'' के पांचवें दिन औऱ बाल कला उत्सव के तीसरे दिन आज बाल और युवा कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया। इस मौके पर आज एक साथ विभिन्न जगहों पर कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। इस मौके पर जहां दिल्ली तमिल संगम में बाल कलाकारों द्वारा क्लासिकल एंड सेमी क्लासिकल डांस के साथ साथ बाल कलाकारों द्वारा, फोक, भरतनाट्यम,कत्थक कुचीपुड़ी और मोहिनीअट्टम में सोलो, डुवेट और ग्रुप डांस की प्रस्तुति पेश की गई। वहीं, म्यूजिक काम्पीटिशन का भी आयोजन किया गया। इसके साथ ही लोधी रोड स्थित लोक कला मंच में भी बॉलिवुड और फोक डांस की प्रस्तुति पेश की गई।
सुनयना के संस्थापक प्रेसिडेंट एवं 11वें इंद्रधनुष दिल्ली के आयोजक गुरू कनक सुधाकर ने बताया कि छह दिवसिय ''11वां इंद्रधनुष दिल्ली 2019 कला महोत्सव के पहले दो दिन 7 एवं 8 नवम्बर युवा एवं गुरू के नाम रहा एवं तीसरा, चौथा और पांचवां यानी आज का दिन बाल कलाकारों के लिए रहा।कनक सुधाकर ने बताया कि इस बार सबसे खास बात यह रही कि 24 दिव्यांग बच्चों ने अन्य बच्चों के साथ इस डांस काम्पीटिशन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि तपस नामक दिव्यांग बच्चा ने बहुत ही जबरदश्त परफारमेंस किया औऱ यह साबित कर दिया कि दिव्यांग होने के बावजूद भी अगर हौसला हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं है। उन्होंने बताया कि इस बार बाल कला उत्सव में पूरे देश भर से करीब 700 बच्चे भाग ले रहे हैं। 100 घंटे तक चलने वाले बाल कला उत्सव का समापन एवं 12 नवम्बर को पुरस्कार वितरण के साथ होगा।सुनयना के संस्थापक अध्यक्ष गुरु कनक सुधाकर ने बताया कि ''11वें इन्द्रधनुष दिल्ली महोत्सव का आयोजन वैसे समय में किया जा रहा है जब सुनयना की 25 वीं वर्षगाठ भी मनायी जा रही है। हम बच्चों, युवकों एवं गुरूओं के उत्सवों को एक साथ मिलाकर एक भव्य उत्सव 'इंद्रधनुष दिल्ली 2019 - कला महोत्सव' का आयोजन कर रहे हैं।